History
History of Uttarakhand
Uttarakhand : कुमाऊं की ऐतिहासिक, सामाजिक एवं आर्थिक पृष्ठभूमि।
भारत का 27वां राज्य उत्तराखण्ड का उत्तरी क्षेत्र मध्य हिमालय या उत्तराखण्ड के नाम से जाना जाता है। यह उत्तराखण्ड ...
आजादी से पूर्व ब्रिटिश भारत का विद्यालय, जहाँ आज भी मौजूद हैं प्रवेशित बच्चों के अभिलेख।
आज आपको एक ऐसे प्राथमिक विद्यालय से रूबरू करा रहे हैं, जिसकी स्थापना आजादी से पूर्व सन् 1926 में हुई ...
Nainital History-अंग्रेज बैरन ने जबरदस्ती से छीना था नैनीताल ?
आप सभी जानते हैं विश्व प्रसिद्ध नैनीताल (Nainital) झील की खोज का श्रेय अंग्रेज व्यापारी पीटर बैरन को जाता है। ...
गंगा नदी की पौराणिक कथा | Mythological Story of River Ganga
स्वर्ग में बहने वाली गंगा का अवतरण धरती पर हिंदी माह ज्येष्ठ शुक्ल दशमी को हुआ था, इस कारण से ...
Kumaoni Ramlila | कुमाऊं की रामलीला-शुरुआत, महत्वपूर्ण पक्ष, संवाद और अभिनय।
लेख : चद्रंशेखर तिवारी Kumaoni Ramlila-सांस्कृतिक परम्परा की दृष्टि से उत्तराखण्ड एक समृद्ध राज्य है। समय-समय पर यहां के कई ...
कुमाऊं का स्वतंत्रता संग्राम | Freedom Struggle of Kumaon-Uttarakhand
उत्तराखंड में स्वतंत्रता संग्राम आंदोलन की प्रारंभिक शुरुआत 1857 के दौर में एक तरह से काली कुमाऊं (वर्तमान चम्पावत जनपद ...
अल्मोड़ा से शुरू हुई कुमाऊंनी होली की परंपरा, मानत हुसैन को माना जाता है होली गीतों का जनक।
कुमाऊं में होली गीतों का इतिहास सांस्कृतिक नगरी अल्मोड़ा से शुरू हुआ। दिलचस्प बात यह है कि उस्ताद अमानत हुसैन ...
Kuli Begar Movement-रक्तहीन क्रांति : कुली बेगार
Kuli Begar Movement :उत्तराखंड में सदियों से एक अमानुषिक कुप्रथा चल रही थी, जिसका नाम था- ‘कुली- बेगार’। 1815 में ...
Bageshwar बागेश्वर- कल और आज का प्रशासनिक इतिहास।
सरयू एवं गोमती नदी के संगम पर स्थित बागेश्वर (Bageshwar) मूलतः एक ठेठ पहाड़ी कस्बा है। परगना दानपुर के 473, ...
तीलू रौतेली-गढ़वाल की लक्ष्मीबाई – जो केवल 15 वर्ष की अल्पायु में ही रणभूमि में कूद पड़ी थी।
इतिहास के पन्नों में झांसी की रानी लक्ष्मीबाई, दिल्ली की रजिया सुल्ताना, बीजापुर की चांदबीबी, मराठा महारानी ताराबाई, चंदेल की ...