Literature
गिरीश तिवारी ‘गिर्दा’ और उनकी प्रसिद्ध कवितायें।
उत्तराखंड के प्रिय जनकवि, लेखक, संस्कृतिकर्मी और नाटककार गिरीश तिवारी ‘गिर्दा’ जन्म 9 सितंबर, 1945 को अल्मोड़ा के ज्योली हवालबाग (उत्तराखण्ड) में हुआ। उनके पिता....
विद्या भारती वार्षिक गीत 2025-26 : समरसता का मान बिन्दु यह…
शिक्षा के क्षेत्र में विद्या भारती, भारत की सबसे बड़ी अशासकीय संस्था है, जिसका पूरा नाम ‘विद्या भारती अखिल भारतीय शिक्षा संस्थान‘ है। संस्थान का....
कुमाउनी कविता के कीर्तिस्तंभ।
लोकरत्न पन्त ’गुमानी’, गौरीदत्त पाँडे ’गौर्दा’, चारुचन्द्र पांडे, गिरीशचन्द्र तिवारी ’गिर्दा’ और शेर सिंह बिष्ट ’शेरदा’ कुमाऊनी कविता के कीर्तिस्तंभ हैं। इनमें से प्रत्येक कवि....
उत्तराखंड में कदम बढ़ाता किताब कौतिक। | Kitab Kautik Uttarakhand
चारु तिवारी संचार के युग में माना जा रहा है कि लोगों में पढ़ने की रुचि कम हुई है। नई पीढ़ी पुस्तकों से दूर हो....
हिमालय की गरज क्या सिर्फ हिमालयवासियों की है या पूरे देश और दुनिया को?
हिमालय की गरज क्या सिर्फ हिमालयवासियों की है या पूरे देश और दुनिया को इसके लिए सोचना चाहिए? यह प्रश्न अब कई कारणों से बड़ा....
सुमित्रानंदन पंत की कविता – कुमाऊंनी में।
हिंदी में छायावाद युग के चार प्रमुख स्तम्भों में से एक सुमित्रानंदन पंत का जन्म 20 मई 1900 को खूबसूरत पर्वतीय जिला अल्मोड़ा के कौसानी....