केदारनाथ यात्रा 2025 से जुड़े कुछ महत्वपूर्ण FAQs

केदारनाथ से जुड़े FAQs

भारत के पर्वतीय राज्य उत्तराखंड में स्थित चार धामों में से एक ‘केदारनाथ धाम’ भगवान शिव को समर्पित है। वहीं यह धाम द्वादश ज्योतिर्लिंगों में से एक है। सिंधु सतह से लगभग 3,583 मीटर की ऊंचाई पर स्थित मंदिर हिमखंड हिमालय की गोद में बसा हुआ है, जो अपनी धार्मिक, ऐतिहासिक और प्राकृतिक सुंदरता के लिए प्रसिद्ध है। शिव भक्तों की इस मंदिर के प्रति विशेष आस्था है, इसीलिए वे मीलों की खड़ी दुर्गम यात्रा कर केदार के द्वार पर पहुँचते हैं। 

केदारनाथ मंदिर कठोर शिलाओं को तराशकर बनाया गया है और माना जाता है कि इसे पांडवों ने महाभारत के समय बनवाया था। वर्तमान में जो मंदिर दिखाई देता है, उसका जीर्णोद्धार जगतगुरु आदि शंकराचार्य ने 8वीं शताब्दी में किया था। वर्ष 2013 में आई भीषण आपदा के बावजूद मंदिर को कोई बड़ा नुकसान नहीं हुआ, जिससे लोगों में इस धाम के प्रति आस्था और प्रगाढ़ हुई है।

हर साल केदारनाथ में लाखों की संख्या में शिव भक्त पहुँचते हैं और यहाँ की दिव्यता और भव्यता के साथ-साथ उन्हें आत्मचिंतन, धैर्य और सहनशक्ति का अनुभव भी कराती है। यात्रा के दौरान श्रद्धालुओं को बर्फ से ढके पहाड़, झरने, घने जंगल और मंदाकिनी नदी की कल-कल ध्वनि मंत्रमुग्ध कर देती है। कठिन चढ़ाई के बावजूद भक्तों की श्रद्धा उन्हें मंदिर तक पहुँचने की शक्ति देती है।

केदारनाथ से जुड़े FAQs

केदारनाथ मंदिर 2025 में कब खुलेगा?

केदारनाथ मंदिर 2 मई, 2025 को सुबह 6:20 बजे खुलेगा। श्रद्धालुओं को मंदिर में सुबह 7 बजे से प्रवेश मिलेगा। मंदिर के कपाट दिनांक 23 अक्टूबर, 2025(संभावित) को बंद होंगे।

क्या मैं बिना रजिस्ट्रेशन के केदारनाथ जा सकता हूं?

नहीं, केदारनाथ धाम जाने के लिए रजिस्ट्रेशन अनिवार्य है।

केदारनाथ रजिस्ट्रेशन फीस कितनी होती है?

केदारनाथ जाने के लिए कोई भी रजिस्ट्रेशन शुल्क नहीं है। यानि निःशुल्क है।

केदारनाथ जाने से पहले क्या करना चाहिए?

केदारनाथ जाने से पहले, आपको अपने स्वास्थ्य, मौसम, और परिवहन की तैयारी करनी चाहिए, साथ ही जरूरी सामान भी पैक करना चाहिए। यात्रा के लिए रजिस्ट्रेशन करवाना और जरूरी दस्तावेजों के साथ जाना भी आवश्यक है।

    • स्वास्थ्य: यदि आपकी उम्र 60 साल से अधिक है या आपको कोई स्वास्थ्य समस्या है, तो यात्रा से पहले डॉक्टर से सलाह लें। सांस से जुड़ी एक्सरसाइज करें ताकि ऊंचाई पर सांस लेने में दिक्कत न हो।
    • मौसम: यहाँ मौसम जल्दी बदलता है, इसलिए मौसम की जानकारी लें और उसके अनुसार कपड़े पैक करें। गर्म कपड़े, रेनकोट, और छाता जरूर साथ ले जाएं।
    • परिवहन: ऋषिकेश से सोनप्रयाग के लिए बस या कैब लें। सोनप्रयाग से गौरीकुंड तक पैदल या पालकी के माध्यम से जाएं।
    • सामान: मेडिकल किट, कैश, गर्म कपड़े, ट्रैकिंग के लिए अच्छे जूते, और पूजा सामग्री जरूर साथ ले जाएं।

अन्य महत्वपूर्ण बातें:

  • रजिस्ट्रेशन: केदारनाथ यात्रा के लिए रजिस्ट्रेशन जरूरी है।
  • दस्तावेज: पहचान पत्र, पासपोर्ट, और यात्रा का टिकट साथ रखें।
  • कैश: पहाड़ों पर एटीएम या ऑनलाइन पेमेंट की सुविधा सीमित स्थानों में उपलब्ध होती है, इसलिए अपने साथ कैश भी रखें।
  • होटल बुकिंग: होटल की बुकिंग एडवांस में कर लें, खासकर पीक सीजन में।
केदारनाथ की चढ़ाई में कितने घंटे लगते हैं?

केदारनाथ की चढ़ाई में पैदल यात्रा करने में लगभग 6 से 8 घंटे लगते हैं, जबकि घोड़ा या पालकी से जाने पर 5-6 घंटे तक लग सकते हैं। यह समय व्यक्ति की फिटनेस और मौसम पर भी निर्भर करता है।

    • पैदल यात्रा: गौरीकुंड से केदारनाथ तक लगभग 16 किलोमीटर का पैदल मार्ग है। इस मार्ग को तय करने में सामान्यतः 6 से 10 घंटे लगते हैं।
    • घोड़ा या पालकी: अगर आप घोड़ा या पालकी का इस्तेमाल करते हैं, तो यह समय 5 से 6 घंटे तक हो सकता है।
    • व्यक्तिगत फिटनेस: आपकी शारीरिक क्षमता के अनुसार, चढ़ाई का समय कम या ज्यादा हो सकता है।
    • मौसम: खराब मौसम, जैसे बारिश या बर्फबारी, चढ़ाई को और कठिन बना सकती है और समय भी बढ़ा सकती है।

क्या हम रात में केदारनाथ की यात्रा कर सकते हैं?

हाँ, आप रात को केदारनाथ की यात्रा वाहन से कर सकते हैं। लेकिन गौरीकुंड से पैदल यात्रा रात को करना जोखिमभरा रहता है और नहीं कर सकते हैं।

हरिद्वार से केदारनाथ कितनी दूरी पर है?
हरिद्वार से केदारनाथ की दूरी सड़क मार्ग से लगभग 239 किलोमीटर है। यह यात्रा लगभग 8-9 घंटे में पूरी होती है। 

मार्ग:

  1. हरिद्वार से ऋषिकेश (लगभग 24 किलोमीटर)
  2. ऋषिकेश से रुद्रप्रयाग (लगभग 140 किलोमीटर)
  3. रुद्रप्रयाग से सोनप्रयाग (लगभग 75 किलोमीटर)
  4. सोनप्रयाग से गौरीकुंड (लगभग 16 किलोमीटर)
  5. गौरीकुंड से केदारनाथ (लगभग 16 किलोमीटर पैदल यात्रा)
केदारनाथ घूमने में कितना खर्च आता है?

केदारनाथ की यात्रा की कुल लागत विभिन्न कारकों पर निर्भर करती है, जैसे कि आप कैसे यात्रा करते हैं, आप कहाँ ठहरते हैं, और आप क्या करते हैं। सामान्य तौर पर, केदारनाथ की यात्रा में प्रति व्यक्ति ₹8,000 से ₹40,000 तक का खर्च आ सकता है।

यात्रा: दिल्ली से केदारनाथ तक बस या ट्रेन से यात्रा करने की लागत ₹300 से ₹5000 तक हो सकती है। आप हेलीकॉप्टर से भी यात्रा कर सकते हैं, जिसकी लागत ₹5,500 से ₹8,426 प्रति व्यक्ति हो सकती है।
रहने की जगह: केदारनाथ में विभिन्न प्रकार के आवास विकल्प उपलब्ध हैं, जैसे कि धर्मशाला, होटल और कैम्प। एक दिन के लिए एक साधारण कमरे की कीमत ₹150 से ₹2,000 तक हो सकती है।
भोजन: आप रास्ते में और केदारनाथ में कई प्रकार के भोजन विकल्प पा सकते हैं, जैसे कि शाकाहारी भोजन, रेस्टोरेंट और कैफे। भोजन की लागत ₹500 से ₹2,000 प्रति दिन हो सकती है।

हरिद्वार से केदारनाथ कितनी दूर है? (haridwar to kedarnath distance) 
सड़क मार्ग से हरिद्वार से केदारनाथ की दूरी 239 किलोमीटर है । हवाई मार्ग से हरिद्वार से केदारनाथ की दूरी 123 किलोमीटर है।

केदारनाथ जाने के लिए कौन से रेलवे स्टेशन पर उतरना पड़ेगा? (rishikesh to kedarnath distance)
यदि आप रेल द्वारा केदारनाथ जा रहे हैं तो आपको ऋषिकेश रेलवे स्टेशन पर उतरना होगा। यह स्टेशन राष्टीय राजमार्ग 58 पर गौरीकुंड से 243 किमी पहले स्थित है।

केदारनाथ का टिकट कितने का है?

केदारनाथ यात्रा के लिए निःशुल्क ऑनलाइन पंजीकरण की व्यवस्था है। बद्रीनाथ-केदारनाथ मंदिर समिति के अनुसार, वीआईपी दर्शन की कीमत 201 रुपये से लेकर 51,000 रुपये तक है। लागत पूजा समारोह की अवधि पर निर्भर करती है, जो 10 मिनट की छोटी पूजा से लेकर 16 घंटे की लंबी यात्रा तक हो सकती है।

गौरीकुंड से केदारनाथ कितनी दूर है?

गौरीकुंड से केदारनाथ की दूरी अब 16 किलोमीटर है। पहले यह 14 किलोमीटर थी, लेकिन 2013 की बाढ़ के बाद नया रास्ता बनाया गया, जिससे ट्रेक लंबा हो गया। आपकी फिटनेस और मौसम के हिसाब से ट्रेक में 6 से 8 घंटे का समय लगता है। इस यात्रा में कई खूबसूरत नज़ारे, आराम करने की जगहें और यात्रियों के लिए ज़रूरी सुविधाएँ हैं।

केदारनाथ में वीआईपी दर्शन का खर्चा कितना है?

केदारनाथ में वीआईपी दर्शन टिकट की कीमत आमतौर पर मौसम और भीड़ के स्तर के आधार पर 1,100 रुपये से 51,000 रुपये तक होती है। विस्तृत जानकारी आप इस आधिकारिक लिंक पर प्राप्त करें – बुक ऑनलाइन पूजा। 

केदारनाथ में कमरे का किराया कितना है?

मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, केदारनाथ में प्रति व्यक्ति बेड के हिसाब से 2000 रुपये और कमरे के हिसाब से 8 से 10 हजार रुपये किराया लिया जा रहा है।

केदारनाथ में घोड़े का किराया कितना है?

केदारनाथ मंदिर तक घोड़े का किराया, यात्रा के रूट और अवधि के अनुसार अलग-अलग होता है। सामान्यतः, सोनप्रयाग से केदारनाथ बेस कैंप तक घोड़े का किराया 2500-4000 रुपये और केदारनाथ बेस कैंप से वापस सोनप्रयाग आने का किराया 1700-2500 रुपये है। गौरीकुंड से केदारनाथ बेस कैंप तक घोड़े का किराया 2300 रुपये है।

यह थे केदारनाथ यात्रा से जुड़े कुछ सामान्य और अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न एवं उनके उत्तर। जिन्हें विभिन्न स्रोतों से प्राप्त जानकारी के आधार पर आप सभी की सहूलियत के लिए यहाँ पोस्ट किये गए हैं। विस्तृत जानकारी, टिकिट, किराया आदि की वास्तविक जानकारी के लिए आप श्री बद्रीनाथ केदारनाथ मंदिर समिति की वेबसाइट पर जाएँ। साथ ही सरकार द्वारा निर्धारित किराये की सही जानकारी के लिए यात्रा स्थलों में लगी सूची से प्राप्त करें। 

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